चेहरे पर प्रचलित रेखाएं अक्सर उन अनुभवों का संकेत नहीं होती हैं जिनसे व्यक्ति गुजरता है।
दिल्ली की गलियों में एक 'चायवाला' लक्ष्मण राव, उपरोक्त पंक्ति के लिए एक अवतार हैं। वह न केवल चाय परोसता है, बल्कि 20 से अधिक पुस्तकों का एक प्रकाशित लेखक है, जिसे वह अपने चाय स्टॉल पर बेचता है।
दिल्लीपीडिया ने अपने जीवन की यात्रा का सार सबसे सुंदर तरीके से पकड़ा। देखें कि उसके जीवन की घटनाओं का मोड़ आपके दिल को कैसे छूता है।
अनुशंसित: आपकी एकल सेल्फी 10 लड़कियों को शिक्षित कर सकती है